Parmanu the story of pokhran कहानी के माध्यम से समझे

Parmanu the story of pokhran
Parmanu the story of pokhran

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के अवसर पर पिंकू को उसके दादाजी ने जो ज्ञानवर्धक बातें बताईं, जानकर वह बहुत खुश हुआ। पिंकू को महसूस हुआ, बच्चों को इस तरह की बातों की जानकारी जरूर होनी चाहिए। बच्चों, इस नॉलेज टॉक (knowledge tok) के माध्यम से तुम भी कुछ जरूरी जानकारियां हासिल करो।

क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस ? (Why is National Technology Day celebrated?)

पिंकू को टीवी देखने का बहुत शौक है। ऑनलाइन क्लासेज के बाद वह अकसर अपनी पसंदीदा कार्टून फिल्में देखता है। लेकिन आज वह जैसे ही ड्रॉइंग रूम में आया तो उसने देखा कि दादाजी टीवी देख रहे हैं। पिंकू ने दादाजी के पास आकर पूछा, 'दादाजी, क्या देख रहे हैं आप?' 

दादाजी ने बताया, 'बेटा, मैं फिल्म 'परमाणु' (parmanu) देख रहा हूं।' पिंकू अनमना-सा होकर बोला, 'दादाजी, कोई कॉमेडी वाला प्रोग्राम देखते हैं हम लोग।' दादाजी ने पिंकू का हाथ पकड़कर प्यार से उसे अपने पास बैठाया और बोले, 'बेटा, अब तुम बड़े हो रहे हो। तुम्हें कुछ ज्ञानवर्धक कार्यक्रम भी देखने चाहिए। तुम्हें पता होना चाहिए कि देश-दुनिया में क्या हो रहा है? कई बार फिल्में भी ज्ञानवर्धक बातें मनोरंजक ढंग से प्रस्तुत करती हैं। किताबों में कठिन लगने वाली बातें अच्छी तरह से समझ में आ जाती हैं। अभी यह फिल्म शुरू ही हुई है। तुम इस फिल्म को देखोगे तो बहुत अच्छी लगेगी।

prime minister atal bihari vajpayee & Dr. APJ. abdul kalam


आज 11 मई है। भारत के लिए यह दिन बहुत महत्व रखता है।' दादाजी के कहने पर पिंकू ने पूरी फिल्म देखी। सचमुच उसे फिल्म पसंद आई। इस फिल्म में यह बताया गया था कि एक सीक्रेट मिशन के तहत राजस्थान (rajasthan) के जैसलमेर (jaisalmer) जिले के पोखरण (pokhran) नामक कस्बे में साल 1998 में 11 और 13 मई तारीख को भूमिगत परमाणु (parmanu) परीक्षण किए गए। इस तरह की फिल्म पिंकू ने पहली बार देखी थी, ज्यादातर वह टीवी पर कॉमेडी सीरियल या कार्टून फिल्में ही देखता था। फिल्म पूरी होने के बाद दादाजी पिंकू से बोले, 'बेटा, जब 11 मई 1998 को । परमाणु परीक्षण हुआ था, तब देश के प्रधानमंत्री अटलबिहारी बाजपेयी (prime minister atal bihari vajpayee) देश के प्रधानमंत्री थे। यह उनके प्रधानमंत्रित्व काल में देश का दूसरा परमाणु परीक्षण था। इस परीक्षण को नाम दिया गया था 'ऑपरेशन - शक्ति- 98'। इस पूरे ऑपरेशन (operation) को संपन्न । करने के बाद नाम दिया पोखरण-सेकेंड (pokhran-second)। पहला परमाणु परीक्षण 1974 में हुआ था, जिसे हम पोखरण-। (pokhran-1) कहते हैं। 1998 में पोखरण-।। (pokhran-2) का परीक्षण प्रख्यात वैज्ञानिक डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम (Dr. APJ. abdul kalam) के कुशल नेतृत्व में सफलतापूर्वक पूरा किया गया था। इस परमाणु परीक्षण करने के बाद भारत परमाणु क्लब में शामिल होने वाला छठा देश बन गया।' दादाजी ने पिंकू को आगे यह भी बताया, 'घरेलू स्तर पर तैयार एयरक्राफ्ट 'हंस-3' का परीक्षण भी इसी दिन किया गया था। इसके अलावा इसी दिन भारत ने 'त्रिशूल' मिसाइल का भी सफल परीक्षण किया था। इन अभूतपूर्व सफलताओं को देखते हुए स्मृति स्वरूप 1999 में प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी (prime minister atal bihari vajpayee) ने 11 मई को प्रति वर्ष राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस (National Technology Day) मानने की घोषणा की थी। इस दिन प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड, प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अपना विशेष योगदान देने वाले वैज्ञानिकों को सम्मानित भी करता है। इसी दिन प्रौद्योगिकी संस्थानों, स्कूल-कॉलेज और विश्वविद्यालयों में सेमिनार, आयोजित किए जाते हैं।' 

दादाजी की जानकारी पूर्ण बातें सुनकर पिंकू चहकते हुए बोला, 'वाह दादाजी! आज आपने बहुत अच्छी फिल्म तो दिखाई ही, साथ ही आपने जो जानकारी दी, वह हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। अब मैं अपने दोस्तों को भी 11 मई को मनाए जाने वाले राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस (National Technology Day) के बारे में बताऊंगा।' पिंकू की बात सुनकर दादाजी मुस्कुराते हुए बोले, 'हां बेटा, नॉलेज (knowledge) वाली बातें (talk) अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करनी चाहिए। इससे सबका ज्ञान बढ़ता है।'






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